Stock Market : अगर आप आज अपने स्टॉक्स की वैल्यू देखकर चौंक गए हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। शुक्रवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। एक ओर जहां निवेशकों की उम्मीदों को झटका लगा, वहीं दूसरी ओर बाजार में चारों ओर मायूसी का माहौल देखने को मिला। सेंसेक्स में 690 अंकों की गिरावट और निफ्टी में 205 अंकों की गिरावट के साथ बाजार ने हफ्ते का अंत किया।
कमजोर नतीजों और वैश्विक दबावों ने डगमगाया बाजार
इस भारी गिरावट की सबसे बड़ी वजह बनी Tata Consultancy Services (TCS) के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजे। TCS आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी मानी जाती है और जब इस जैसी बड़ी कंपनी से निराशा हाथ लगती है, तो पूरा सेक्टर उसका असर झेलता है। इसी कारण, Nifty IT इंडेक्स में 1.8% की गिरावट दर्ज की गई। इसमें Infosys, Wipro और LTIMindtree जैसी अन्य कंपनियों के शेयर भी फिसले, जिससे पूरे आईटी सेक्टर पर दबाव आ गया।
लेकिन केवल आईटी सेक्टर ही नहीं, ऑटो, रियल्टी, मीडिया, कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सेक्टर्स में भी 1% से 1.8% तक की गिरावट देखी गई। यहां तक कि फाइनेंशियल्स और मेटल्स जैसे अपेक्षाकृत स्थिर सेक्टर्स भी 0.5% तक कमजोर पड़े।
वैश्विक तनाव ने बढ़ाई चिंता
बाजार की इस गिरावट की एक और वजह है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती अनिश्चितता। अमेरिका द्वारा कनाडा पर फिर से लगाए गए व्यापारिक टैरिफ, और रूस पर संभावित नए प्रतिबंधों की अटकलों ने ग्लोबल मार्केट्स में घबराहट फैला दी है। भारत जैसे विकासशील देशों के लिए यह एक संवेदनशील स्थिति होती है, क्योंकि विदेशी निवेशक इन स्थितियों में निवेश कम कर देते हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स भी लुढ़के
आज की गिरावट केवल बड़ी कंपनियों तक सीमित नहीं रही। Nifty Midcap100 और Smallcap100 जैसे इंडेक्स भी करीब 1% की गिरावट के साथ बंद हुए। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि बाजार में व्यापक कमजोरी है और फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।
Rs 3.77 लाख करोड़ की पूंजी साफ
आज की गिरावट के चलते BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन करीब ₹3.77 लाख करोड़ घट गया, यानी सिर्फ एक दिन में इतना बड़ा नुकसान! यह आंकड़ा सिर्फ नंबर नहीं, बल्कि लाखों निवेशकों की मेहनत की पूंजी का प्रतीक है।
क्या आगे भी जारी रहेगा गिरावट का दौर?
अब सवाल यह है कि क्या बाजार में गिरावट का यह दौर आगे भी जारी रहेगा? इसकी भविष्यवाणी करना आसान नहीं है, लेकिन फिलहाल बाजार की चाल को देखते हुए विशेषज्ञ सतर्क निवेश की सलाह दे रहे हैं। अगर वैश्विक स्थितियां और कंपनियों के नतीजे ऐसे ही रहे, तो निवेशकों को कुछ और दिनों तक झटके झेलने पड़ सकते हैं।
Disclaimer:- यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
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