Saving Account : आज के दौर में हर व्यक्ति की यही ख्वाहिश होती है कि उसकी मेहनत की कमाई न सिर्फ सुरक्षित रहे, बल्कि उस पर अच्छा रिटर्न भी मिले। मगर जब भी बात आती है बचत की, तो ज़्यादातर लोग दुविधा में होते हैं – एक तरफ एफडी का झंझट, तो दूसरी ओर सेविंग अकाउंट का कम ब्याज। लेकिन अब इस सोच को बदलने जा रहा है भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का एक बड़ा फैसला, जो करोड़ों लोगों की बचत को एक नई दिशा देने वाला है।
अब सेविंग अकाउंट से भी होगा बेहतर कमाई का सपना पूरा
पहले जहां सेविंग अकाउंट में महज़ 2.5% से 4% तक सालाना ब्याज मिलता था, वहीं अब आरबीआई के नए निर्देशों के चलते यह दर 6% तक पहुंच सकती है। यानी अब आपको अच्छी कमाई के लिए एफडी में पैसा लॉक करने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि आपका सेविंग अकाउंट ही अब एक मजबूत आय का साधन बन सकता है।
यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए वरदान है, जो अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखने के साथ-साथ कभी भी निकालने योग्य रखना चाहते हैं। नौकरीपेशा लोग, व्यापारी, छात्र, गृहिणियां, पेंशनर्स और वरिष्ठ नागरिक – सभी को इस नियम से सीधा फायदा मिलेगा।
क्यों है यह स्कीम खास?
सेविंग अकाउंट में ब्याज अब आपके खाते के बैलेंस पर निर्भर करेगा। यानी जितना अधिक बैलेंस, उतना अधिक ब्याज। ज़्यादातर बैंक अब स्लैब सिस्टम पर काम कर रहे हैं – अगर आपके अकाउंट में ₹10,000 से ज्यादा रहता है, तो आपको 3% से 5% तक का ब्याज मिलेगा, और ₹1 लाख या उससे ज्यादा राशि रखने पर ब्याज दर 6% तक भी पहुंच सकती है।
अच्छी बात यह है कि इस ब्याज को पाने के लिए आपको पैसा लॉक नहीं करना होगा। आप जब चाहें, पैसा निकाल सकते हैं, और फिर भी आपको उस पर ब्याज मिलता रहेगा। यानी एफडी का टेंशन खत्म, और पैसा पूरी तरह आपके नियंत्रण में रहेगा।
कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं ज्यादा ब्याज?
आरबीआई के नए फैसले के बाद अब बैंक अपने हिसाब से सेविंग अकाउंट की ब्याज दर तय कर सकते हैं। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक जैसे बड़े बैंक 2.5% से लेकर 6% तक की दरें दे रहे हैं। साथ ही डिजिटल बैंक और फिनटेक प्लेटफॉर्म इस रेस में और भी ज़्यादा आकर्षक ब्याज ऑफर करने की तैयारी में हैं।
आपकी रोज की बचत भी कमाएगी ब्याज
ब्याज की गणना अब डेली बैलेंस के आधार पर होती है। यानी आपके खाते में जितने दिन जितना पैसा रहेगा, उतने दिन का ब्याज आपको मिलेगा। यह राशि हर महीने, तिमाही या छमाही में आपके खाते में ट्रांसफर की जाती है। उदाहरण के लिए अगर आपके सेविंग अकाउंट में रोज ₹1 लाख रहता है और ब्याज दर 5% है, तो सालभर में आपको ₹5000 तक का ब्याज मिल सकता है।
किसे होगा सबसे ज़्यादा फायदा?
इस स्कीम का सबसे ज़्यादा लाभ उन खाताधारकों को होगा जिनका सेविंग अकाउंट बैलेंस ₹10,000 या उससे ऊपर रहता है। नौकरी करने वाले युवा, रिटायर्ड बुज़ुर्ग, गृहिणियां जो अपने खर्च में से कुछ बचत निकालती हैं, या फिर छात्र जो अपने शिक्षा खर्च से थोड़ा-बहुत बचाते हैं – सबके लिए यह एक सुनहरा मौका है।
जो लोग रिस्क नहीं लेना चाहते और शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों से दूर रहना पसंद करते हैं, उनके लिए यह एक सरल, सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश का ज़रिया बन गया है।
खाता कैसे खोलें?
अगर आप ज्यादा ब्याज वाला सेविंग अकाउंट खोलना चाहते हैं तो अपने नजदीकी बैंक ब्रांच जाएं या उनके आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के ज़रिए आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रखें कि हर बैंक की ब्याज दर और नियम थोड़े अलग हो सकते हैं, इसलिए खाता खोलने से पहले ब्याज दर चार्ट जरूर देख लें।
खाता खोलते वक्त पहचान पत्र, पते का प्रमाण और पासपोर्ट साइज फोटो की ज़रूरत होगी। साथ ही कुछ बैंकों में न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त भी होती है, जिसे आपको ध्यान में रखना चाहिए।
निष्कर्ष
RBI के इस ऐतिहासिक फैसले ने सेविंग अकाउंट को आम लोगों के लिए एक नए निवेश विकल्प में बदल दिया है। अब एफडी के बिना भी आपको अच्छा ब्याज मिल सकता है – वह भी पूरी लिक्विडिटी के साथ। यह बदलाव न केवल आपकी बचत को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपको आर्थिक रूप से और अधिक आत्मनिर्भर बना देगा।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले कृपया अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें। ब्याज दरें समय के साथ बदल सकती हैं और हर बैंक की शर्तें अलग होती हैं।
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