Mahindra Vision T vs Thar E :हर ऑटो प्रेमी का सपना होता है एक ऐसी एसयूवी रखना जो न सिर्फ देखने में दमदार लगे बल्कि उसके डिजाइन और फीचर्स भी दिल को छू लें। महिंद्रा ने अपने Freedom NU इवेंट में मुंबई में Vision T कॉन्सेप्ट को पेश करके इसी सपने को और बड़ा कर दिया है। इस कॉन्सेप्ट की झलक देखते ही लोगों के जेहन में थार E की यादें ताज़ा हो जाती हैं, जिसे साल 2023 में साउथ अफ्रीका में दिखाया गया था। लेकिन सवाल यही है कि आखिर Vision T और Thar E में कितना फर्क है? आइए जानते हैं इनके एक्सटीरियर और इंटीरियर डिजाइन का गहराई से तुलनात्मक विश्लेषण।
दमदार फ्रंट डिजाइन की कहानी
Vision T और Thar E दोनों ही अपनी बॉक्सी डिज़ाइन से पहली नज़र में दिल जीत लेते हैं। लेकिन गौर से देखने पर फर्क साफ दिखाई देता है। Vision T में बड़ा सिल्वर फिनिश ग्रिल दिया गया है जिसमें रेक्टेंगुलर स्लिट्स हैं, जो इसे और ज्यादा आक्रामक लुक देते हैं। वहीं Thar E का ग्लॉस-ब्लैक ग्रिल थोड़ा साधारण लेकिन स्टाइलिश नजर आता है।
हेडलाइट डिजाइन में भी दोनों अलग-अलग अंदाज पेश करते हैं। Thar E में क्रॉसहेयर-स्टाइल LED DRL सिग्नेचर है, जबकि Vision T का हेडलैम्प सेटअप ज्यादा पारंपरिक है जिसमें प्रोजेक्टर लैंप्स के साथ रेक्टेंगुलर लाइटिंग एलिमेंट्स लगे हैं। बंपर सेक्शन दोनों में ऑफ-रोडिंग की झलक देता है, लेकिन Vision T में सिल्वर स्किड प्लेट और पीले रंग के हुक्स इसे और खास बना देते हैं।
साइड प्रोफाइल में अलग पहचान
साइड प्रोफाइल से देखने पर दोनों एसयूवी एक जैसी लग सकती हैं क्योंकि दोनों में ड्यूल-टोन अलॉय व्हील्स और भारी ऑफ-रोड टायर दिए गए हैं। बॉक्सी सिल्हूट के साथ व्हील आर्चेस पर मोटी क्लैडिंग मौजूद है। हालांकि, Vision T की क्लैडिंग ज्यादा पारंपरिक और सिंपल है, जबकि Thar E इसमें ज्यादा बोल्ड टच देती है।
डोर हैंडल्स दोनों में समान हैं लेकिन पोजिशन अलग-अलग है। खास बात यह है कि Thar E में डोर हिंजेस खुले हुए नजर आते हैं जो इसे रग्ड कैरेक्टर देते हैं, वहीं Vision T में ये बड़े ही साफ-सुथरे तरीके से इंटीग्रेट किए गए हैं। दोनों में D-पिलर पर जेर्री कैन लगाने के लिए माउंट्स दिए गए हैं, जो इन्हें सच्चा ऑफ-रोडिंग पार्टनर बनाते हैं।
पीछे का लुक और ताकत
रियर डिजाइन में दोनों एसयूवी के टेललैंप्स अपने-अपने हेडलाइट्स से इंस्पायर्ड हैं और इसलिए दोनों का पैटर्न अलग है। हालांकि, दोनों में टेलगेट-माउंटेड स्पेयर व्हील मौजूद है, जो इन्हें पारंपरिक ऑफ-रोड एसयूवी जैसा रौबदार अंदाज देता है। Vision T और Thar E दोनों में ही अलग स्टाइल के बंपर्स हैं लेकिन दोनों ही ‘गो-एनीवेयर’ कैरेक्टर को ज़िंदा रखते हैं।
इंटीरियर : भविष्य और हकीकत का संगम
अगर बात अंदरूनी हिस्से की करें तो दोनों ही कारें लेयर्ड डैशबोर्ड लेआउट का इस्तेमाल करती हैं। Thar E का इंटीरियर फ्यूचरिस्टिक है लेकिन Vision T का इंटीरियर ज्यादा प्रैक्टिकल और प्रोडक्शन-रेडी लगता है। Vision T में सर्कुलर फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील दिया गया है, जबकि Thar E में हेक्सागोनल डिजाइन का यूनिक व्हील है।
दोनों में ट्विन-स्क्रीन सेटअप है जिसमें डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और बड़ा इंफोटेनमेंट सिस्टम शामिल है। यहां भी Vision T का इंटरफेस ज्यादा मैच्योर और आकर्षक लगता है। सेंटर कंसोल में Thar E को जहां एयरक्राफ्ट-स्टाइल गियर लीवर और कई फिजिकल बटन्स मिले हैं, वहीं Vision T में साधारण गियर स्टॉक, क्लीन लेआउट और कवर होने वाले कपहोल्डर्स दिए गए हैं।
लॉन्चिंग और भविष्य की उम्मीदें
महिंद्रा का कहना है कि Vision T को साल 2028 की शुरुआत में भारत में लॉन्च किया जाएगा। यह NU IQ प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जो पेट्रोल-डीजल (ICE) और इलेक्ट्रिक दोनों पावरट्रेन को सपोर्ट करता है। हालांकि, अनुमान यही है कि सबसे पहले इसका इलेक्ट्रिक वर्जन पेश किया जाएगा। लॉन्च के बाद इसका सीधा मुकाबला किसी से नहीं होगा, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से यह मारुति जिम्नी और फोर्स गुरखा जैसी ऑफ-रोड एसयूवी से टक्कर लेगी।
निष्कर्ष
महिंद्रा ने Vision T और Thar E दोनों कॉन्सेप्ट्स के जरिए ऑफ-रोडिंग सेगमेंट में अपने इरादे साफ कर दिए हैं। Thar E जहां फ्यूचरिस्टिक और एक्सपेरिमेंटल डिजाइन का उदाहरण है, वहीं Vision T ज्यादा परिपक्व और प्रैक्टिकल नजर आती है। आने वाले समय में जब Vision T सड़कों पर उतरेगी, तो यह न सिर्फ एसयूवी प्रेमियों बल्कि हर भारतीय के दिल में खास जगह बनाएगी।
डिस्क्लेमर: यह लेख उपलब्ध जानकारी और ऑटोमोबाइल जगत से जुड़ी रिपोर्ट्स के आधार पर लिखा गया है। यहां बताए गए फीचर्स और लॉन्च डिटेल्स कंपनी के भविष्य के निर्णयों के अनुसार बदल सकते हैं।