Aaj Ka Mausam: बारिश की बौछारें जहां लोगों को गर्मी से राहत देती हैं, वहीं जब यही बारिश हद से ज़्यादा हो जाए तो मुसीबत बन जाती है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में आगामी दिनों में “भारी से बहुत भारी बारिश” की चेतावनी दी है। खासतौर पर मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के लिए अगले कुछ दिन मौसम के लिहाज से चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।
राजस्थान और मध्यप्रदेश को लेकर आज 12 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में भी आज और कल बारिश की अच्छी संभावना जताई गई है, जिससे मौसम सुहावना तो जरूर होगा, लेकिन जनजीवन कुछ हद तक प्रभावित हो सकता है।
राजस्थान और मध्यप्रदेश में रेडी हो जाइए – बारिश का दौर जारी रहेगा!
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में 15 जुलाई तक और उत्तराखंड में 15 और 16 जुलाई को बहुत भारी बारिश की आशंका है। मध्यप्रदेश में भी 14 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यह सिलसिला सिर्फ इन्हीं राज्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के कई हिस्सों में इस बारिश का असर देखने को मिल रहा है।
राजस्थान के बीकानेर की तस्वीरें भी सामने आई हैं जहाँ 11 जुलाई को भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। लोग पानी में गाड़ियों को धकेलते और छातों के नीचे खुद को भीगने से बचाते नजर आए। यह नज़ारा एक ओर मानसून की ताकत को दिखाता है, तो दूसरी ओर हमारे शहरों की तैयारियों पर सवाल भी खड़े करता है।
किन राज्यों में कब तक बारिश का अनुमान?
राज्य / क्षेत्र | संभावित भारी बारिश की तिथि |
---|---|
राजस्थान | 15 जुलाई तक |
मध्यप्रदेश | 14 जुलाई तक |
उत्तराखंड | 15 और 16 जुलाई |
दिल्ली-NCR | 12 जुलाई |
हिमाचल प्रदेश | 17 जुलाई तक |
जम्मू-कश्मीर | 14 से 17 जुलाई |
उत्तर प्रदेश | 15 जुलाई तक |
ओडिशा | 16 जुलाई तक |
बिहार | 15 और 16 जुलाई |
असम और मेघालय | 12 से 17 जुलाई |
मिजोरम और त्रिपुरा | 13 से 15 जुलाई |
अरुणाचल प्रदेश | 14 से 17 जुलाई |
झारखंड | 15 जुलाई तक |
पश्चिम बंगाल और सिक्किम | अगले 4 दिन |
छत्तीसगढ़ | 14 जुलाई तक |
गुजरात | 12 से 17 जुलाई |
कोंकण और गोवा | 13 से 15 जुलाई |
मध्य महाराष्ट्र (घाट क्षेत्र) | 11, 13, और 14 जुलाई |
सौराष्ट्र | 13 जुलाई |
पर्वतीय राज्यों में बढ़ा खतरा – जान जोखिम में डाल रही है बारिश
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में 17 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट है। जहां बारिश पहाड़ों की खूबसूरती को और बढ़ा देती है, वहीं यह भूस्खलन और सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ा देती है।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, 20 जून से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 55 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवा चुके हैं। यह आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि हमें इन हालातों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
क्या करें इस मौसम में सुरक्षित रहने के लिए?
इस मौसम की स्थिति को देखते हुए आम जनता को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, नदियों व पहाड़ी क्षेत्रों के पास ना जाएं और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें और बिजली कड़कने के समय खुले में न जाएं।
Disclaimer:-इस लेख में दी गई जानकारी भारत मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी बुलेटिन और रिपोर्ट पर आधारित है। मौसम की स्थितियाँ समय और स्थान के अनुसार बदल सकती हैं। कृपया अपने क्षेत्र से संबंधित ताज़ा जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन या IMD की आधिकारिक वेबसाइट देखें। इस लेख का उद्देश्य केवल आपको जागरूक करना है, कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि अवश्य करें।
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