Aaj Ka Mausam :राजस्थान में इन दिनों बारिश सिर्फ राहत नहीं, बल्कि कई जिलों में तबाही बनकर बरस रही है। जो लोग गर्मी से राहत की उम्मीद कर रहे थे, वे अब बारिश के पानी में डूबे घर और कटे हुए रास्तों से जूझ रहे हैं। खासकर पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में तो हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। जोधपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, पाली और कई जिलों में बीते 24 घंटों की बारिश ने ज़िंदगी को थामकर रख दिया है।
जोधपुर में टूटा 40 साल पुराना बांध, खेतों और गांवों में घुसा पानी
जोधपुर के शेरगढ़ में भारी बारिश के चलते एक 40 साल पुराना बांध टूट गया, जिससे 10 किलोमीटर दूर तक खेत और बस्तियाँ जलमग्न हो गईं। बालेसर में सबसे ज़्यादा 175MM बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि सेखाला, बाओरी और ओसियां जैसे इलाकों में भी तेज़ वर्षा हुई। बाड़मेर, जैसलमेर और पाली में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई है। तेज़ पानी के बहाव के चलते कई नदी-नालों का जलस्तर खतरे की सीमा पार कर गया है और छोटे गांवों का संपर्क पूरी तरह कट चुका है। कुछ जगहों पर घरों में पानी घुस गया है, जिससे आम लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है।
108 फीसदी ज्यादा हुई अब तक बारिश, नमी 100 फीसदी के करीब
मौसम विभाग ने बताया है कि इस मानसून सीज़न में राजस्थान में औसत से 108 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। हवा में नमी का स्तर भी 75 से 100 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, जिससे वातावरण बेहद उमस भरा और भारी हो गया है। तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। श्रीगंगानगर में जहां सबसे अधिक तापमान 36.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, वहीं सिरोही में सबसे कम 19.5 डिग्री दर्ज किया गया।
3-4 दिन राहत, फिर लौटेगा बारिश का दौर
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, अब अगले तीन-चार दिन राज्य के ज़्यादातर इलाकों में बारिश से थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन बड़ी बारिश की संभावना नहीं है। लेकिन राहत की ये खामोशी ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है, क्योंकि 27-28 जुलाई से राजस्थान में फिर से तेज़ बारिश की वापसी हो सकती है। एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है, जो जुलाई के अंतिम दिनों में कई जिलों में अच्छी बारिश लेकर आएगा।
जिला | वर्षा (MM) | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) |
---|---|---|---|
जोधपुर (बालेसर) | 175 | 28.4 | 24.5 |
शेरगढ़ | 60 | – | – |
सेखाला | 110 | – | – |
बाओरी | 93 | – | – |
ओसियां | 78 | – | – |
सेतरावा | 76 | – | – |
लोहावट | 43 | – | – |
बापिणी | 44 | – | – |
भोपालगढ़ | 64 | – | – |
पोकरण (जैसलमेर) | 53 | 32.9 | 26.1 |
नाचना (जैसलमेर) | 60 | – | – |
पाली | 69 | – | – |
अजमेर | – | 27.3 | 22.3 |
जयपुर | – | 30.6 | 24.2 |
कोटा | – | 32.4 | 25.1 |
सिरोही | – | 22.9 | 19.5 |
श्रीगंगानगर | – | 36.5 | 28.5 |
अलवर | – | 32.2 | 25.4 |
बीकानेर | – | 31.5 | 27.6 |
कई जिलों में गिरा तापमान, मौसम बना सुहावना लेकिन डर अब भी कायम
हालांकि बारिश से तापमान में राहत जरूर मिली है, लेकिन इस राहत के साथ डर भी जुड़ा हुआ है। बारिश की रफ्तार धीमी हुई है, पर ज़मीन अब भी भीगी हुई है और नदियों का जलस्तर ऊंचा है। अगर फिर से मूसलाधार बारिश होती है, तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। खेतों में पानी भर गया है, फसलें खतरे में हैं और ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अभी तक पटरी पर नहीं लौटा है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई सभी जानकारियाँ विश्वसनीय समाचार स्रोतों और मौसम विभाग की रिपोर्ट पर आधारित हैं। मौसम की स्थिति में बदलाव तेजी से हो सकता है, इसलिए किसी भी तरह की आपातकालीन परिस्थिति में स्थानीय प्रशासन और अधिकृत संस्थाओं की सलाह पर ही भरोसा करें।
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