Aaj Ka Mausam :उत्तर प्रदेश का मौसम इस समय लोगों को राहत और परेशानी दोनों दे रहा है। कहीं बारिश की बौछारें पड़ने से गर्मी से निजात मिल रही है तो वहीं उमस भरी हवाएं लोगों का हाल बेहाल कर रही हैं। शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में दिनभर उमस से लोग परेशान रहे, लेकिन रात को हुई बारिश ने राहत की ठंडी सांस दी। जन्माष्टमी के मौके पर 16 अगस्त को भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं।
पश्चिमी यूपी में तेज बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार आज यानी शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। खासकर सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद और रामपुर जैसे जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यहां बारिश के साथ मौसम ठंडा होगा, लेकिन तेज बरसात से जनजीवन प्रभावित भी हो सकता है।
पूर्वी यूपी में हल्की बारिश की उम्मीद
वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की फुहारों की उम्मीद है। शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अमरोहा, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, संभल और अलीगढ़ जैसे जिलों में रुक-रुककर हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा मथुरा, हाथरस, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, चित्रकूट, बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिलों में भी हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। हालांकि इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है।
क्यों कम हो रहा है मानसून का असर?
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र के दक्षिणी उड़ीसा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट से गुजरने के बाद मानसून अपनी सामान्य स्थिति से थोड़ा दक्षिण की ओर खिसक गया है। इसी कारण उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता सीमित हो गई है। आगामी 3 से 4 दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का असर कमजोर रहेगा और सिर्फ कहीं-कहीं बूंदाबांदी देखने को मिलेगी।
किसानों को मिली सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखकर ही खेती से जुड़े फैसले लें। चूंकि आने वाले दिनों में ज्यादा भारी बारिश की संभावना नहीं है, इसलिए फसल प्रबंधन और बुवाई की योजना सोच-समझकर बनाई जाए। 17 से 19 अगस्त तक प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है। वहीं 20 और 21 अगस्त को कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।
जनता के लिए राहत और सावधानी दोनों जरूरी
इस समय का मौसम कभी बारिश से ठंडक तो कभी उमस से परेशानी दे रहा है। ऐसे में आम जनता को सतर्क रहना होगा। जिन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, वहां लोगों को अलर्ट रहना चाहिए। वहीं जहां हल्की बूंदाबांदी होगी, वहां उमस से निपटने के लिए सावधानी जरूरी है। जन्माष्टमी के त्योहारी माहौल में बारिश राहत भी देगी और कभी-कभी दिक्कतें भी बढ़ा सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट और उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। मौसम समय और परिस्थितियों के अनुसार बदल सकता है। पाठकों से निवेदन है कि वे अपने क्षेत्र की वास्तविक स्थिति पर नजर रखें और स्थानीय प्रशासन व मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।