Call of Duty : WW2 पर RCE हैकर्स का अटैक – गेमर्स के सिस्टम पर कब्ज़ा, सतर्क रहें

Call of Duty: जब Call of Duty: World War 2 को Xbox Game Pass में 30 जून को शामिल किया गया, तब हर CoD फैन के चेहरे पर खुशी साफ नजर आ रही थी। लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह खुशी बहुत जल्द एक डरावने साइबर हमले में बदल जाएगी। जिस गेम को खेलने के लिए लोग बेताब थे, वही अब उनके सिस्टम को सबसे बड़ा खतरा बन गया है।

एक गेम जो बन गई हैकिंग का जरिया

Call of Duty: World War 2 Xbox Game Pass में शामिल होने वाला चौथा CoD गेम है, लेकिन इसके लॉन्च के बाद से लगातार खतरनाक RCE (Remote Code Execution) हमलों की खबरें सामने आ रही हैं। कई यूज़र्स ने बताया है कि गेम डाउनलोड करने के बाद उनके कंप्यूटर पर हैकर्स ने पूरी तरह से कंट्रोल पा लिया।

सबसे डरावनी बात यह रही कि कुछ मामलों में हैकर्स ने यूज़र का Notepad भी ओपन कर दिया और उसमें मैसेज छोड़कर ये साबित कर दिया कि उनका पूरा सिस्टम अब उनके नियंत्रण में है। यह न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि साइबर सिक्योरिटी के लिहाज़ से बेहद खतरनाक भी है।Call of Duty

RCE अटैक क्या होता है और ये इतना खतरनाक क्यों है?

RCE यानी Remote Code Execution एक ऐसा साइबर अटैक होता है जिसमें हैकर दूर बैठे किसी सिस्टम पर अपना कोड चला सकता है। इसका मतलब है कि हैकर किसी यूज़र के कंप्यूटर में वायरस, मैलवेयर या कोई भी कमांड चला सकता है—वो भी बिना उसकी इजाज़त के।

Call of Duty: WW2 एक पुराना गेम है और इसमें नए सिक्योरिटी लेयर नहीं जोड़े गए थे। ऐसे में यह गेम हैकर्स के लिए आसान टारगेट बन गया। जैसे-जैसे हैकर्स टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ रहे हैं, पुराने गेम्स को सुरक्षित बनाना अब ज़रूरी हो गया है।

Activision और Microsoft की चुप्पी से बढ़ा डर

सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि अब तक Activision और Microsoft की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इस चुप्पी ने गेमर्स के बीच डर और भी बढ़ा दिया है। फिलहाल, विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि जब तक कोई ऑफिशियल अपडेट या फिक्स नहीं आता, Call of Duty WW2 को Xbox Game Pass से डाउनलोड न करें।

हालांकि जो यूज़र पहले से इस गेम को खरीदे हुए हैं, वे बिना किसी समस्या के इसे खेल सकते हैं।

क्या Xbox Game Pass पर पुराने गेम्स अब खतरे का संकेत हैं?

कुछ दिन पहले कई पुराने Call of Duty गेम्स को अचानक अपडेट मिला था, जिससे माना जा रहा था कि ये गेम्स भी जल्द Xbox Game Pass में आ सकते हैं। लेकिन अब WW2 के साथ जो हुआ है, उससे इनकी सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।Call of Duty

गेमर्स के लिए एक बड़ा अलार्म

यह घटना सिर्फ एक तकनीकी गड़बड़ी नहीं है, बल्कि यह पूरे गेमिंग समुदाय के लिए एक चेतावनी है। जैसे-जैसे पुराने गेम्स को नई प्लेटफॉर्म्स पर लाया जा रहा है, डेवलपर्स को चाहिए कि वो उनकी सुरक्षा को लेकर पहले से मजबूत कदम उठाएं।

खिलाड़ियों को न सिर्फ एक मजेदार अनुभव चाहिए होता है, बल्कि एक सुरक्षित अनुभव भी उतना ही जरूरी है। इस तरह की घटनाएं उस भरोसे को तोड़ सकती हैं जो गेमर्स अपने फेवरेट फ्रेंचाइज़ी और प्लेटफॉर्म पर रखते हैं।

डिस्क्लेमर:- यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। Call of Duty: WW2 से जुड़े RCE हमलों की स्थिति अभी भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है और इसमें समय के साथ बदलाव आ सकते हैं। कृपया किसी भी डाउनलोड से पहले Activision या Xbox के आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें। लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार के नुकसान या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।

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