Maruti Suzuki Victoris :कार की दुनिया में हर नई लॉन्चिंग ग्राहकों के दिलों की धड़कनें बढ़ा देती है। खासकर जब बात भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी की हो, तो लोगों की उम्मीदें और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। इसी कड़ी में कंपनी ने अब बाजार में उतारा है अपना नया मिड-साइज़ SUV मॉडल Victoris, जिसे तीन अलग-अलग विकल्पों – इंटरनल कम्बशन इंजन (ICE), हाइब्रिड और CNG – में लॉन्च किया गया है।
Victoris: युवाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई खास SUV
मारुति सुजुकी का यह नया मॉडल सिर्फ एक कार नहीं बल्कि कंपनी की बड़ी रणनीति का हिस्सा है। Victoris को Arena डीलरशिप नेटवर्क के जरिए बेचा जाएगा, जिससे यह साफ हो जाता है कि कंपनी इस SUV को बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचाना चाहती है। Victoris को सीधे तौर पर Hyundai Creta, Kia Seltos और Mahindra Scorpio-N जैसे लोकप्रिय मॉडलों से टक्कर देने के लिए तैयार किया गया है।
हाइब्रिड और CNG पर बड़ा दांव
जहां दूसरी कंपनियां इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर तेजी से काम कर रही हैं, वहीं मारुति ने अपने फोकस को हाइब्रिड और CNG पर ज्यादा केंद्रित किया है। कंपनी का मानना है कि भारतीय बाजार में फिलहाल इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर उपभोक्ताओं की शंकाएं पूरी तरह दूर नहीं हुई हैं। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, बैटरी सेल्स के लोकल उत्पादन का अभाव और गाड़ियों की ऊंची कीमतें इस राह में बड़ी बाधाएं हैं।
इसके विपरीत, हाइब्रिड मॉडल्स कंपनी के लिए ज्यादा व्यावहारिक विकल्प साबित हो रहे हैं। Victoris का Strong Hybrid वर्ज़न लिथियम-आयन बैटरी के साथ आता है, जिसका उत्पादन गुजरात में मारुति की सहयोगी कंपनी TDSG ने हाल ही में शुरू किया है। यह लोकलाइजेशन कीमत को किफायती बनाने में मदद करता है और ग्राहकों को बेहतर विकल्प देता है।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की राह अभी लंबी
मारुति सुजुकी ने यह साफ कर दिया है कि भारत में उसकी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लॉन्चिंग अभी तय समय में नहीं हो पाई है, हालांकि इस वित्तीय वर्ष में एक ईवी लाने की योजना है। कंपनी का मानना है कि ईवी के लिए असली बाजार फिलहाल विदेशों में है, जबकि भारत में अभी हाइब्रिड और CNG गाड़ियों की डिमांड अधिक है।
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने भी इस बात पर जोर दिया है कि भारत में बैटरी सेल का उत्पादन न होना एक बड़ी समस्या है। आज कंपनियां सिर्फ सेल्स को पैक कर बैटरी बनाती हैं, लेकिन असली सेल मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो रही। यही वजह है कि ईवी की कीमतें आम ग्राहकों की पहुंच से बाहर हो जाती हैं।
ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से विकल्प
मारुति का कहना है कि वह तकनीक-विशेष पर निर्भर नहीं है। ICE, हाइब्रिड या CNG – कंपनी ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से हर विकल्प देती है। यही कारण है कि Victoris को ऐसे प्लेटफॉर्म पर डिजाइन किया गया है, जिसमें CNG टैंक बॉडी के नीचे फिट किया जा सके और ग्राहकों को ज्यादा बूट स्पेस भी मिले।
भारत में हाइब्रिड्स की बड़ी संभावनाएं
विशेषज्ञ मानते हैं कि मारुति की जापानी साझेदारियों और लोकलाइजेशन की क्षमता उसे हाइब्रिड सेगमेंट में बड़ी ताकत देती है। जहां इलेक्ट्रिक गाड़ियों की हिस्सेदारी अभी भारत में 3% से भी कम है, वहीं हाइब्रिड गाड़ियां डीज़ल वाहनों का बेहतर विकल्प बन सकती हैं। आंकड़े बताते हैं कि स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड गाड़ियां ईंधन दक्षता को 36-44% तक बढ़ा देती हैं और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 25-31% तक घटाती हैं।
नतीजा
मारुति सुजुकी की Victoris भारतीय ग्राहकों के लिए एक नया विकल्प लेकर आई है, जिसमें आधुनिकता, किफायतीपन और टेक्नोलॉजी का अनोखा मेल है। जहां ईवी की राह अभी मुश्किल दिखती है, वहीं हाइब्रिड और CNG मॉडल्स कंपनी के लिए भारत में बड़े पैमाने पर सफलता ला सकते हैं। Victoris इसी रणनीति की शुरुआत है, जो आने वाले समय में ग्राहकों के लिए नए अनुभव लेकर आएगी।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आधिकारिक रिपोर्ट्स और मीडिया स्रोतों पर आधारित है। कीमतों, फीचर्स और लॉन्चिंग से जुड़ी परिस्थितियां समय-समय पर बदल सकती हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि खरीदारी या निवेश से पहले आधिकारिक डीलरशिप और कंपनी की वेबसाइट से ताज़ा जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
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