Russia Plane Crash: जब आकाश बना कब्रगाह, और बुझ गईं 48 जिंदगियां जब कोई सफर अपनों के करीब ले जाने वाला हो और वही सफर कभी वापस न लौटने वाला बन जाए, तो शब्द भी उस दर्द को बयां नहीं कर सकते। 24 जुलाई 2025 को रूस के सुदूर पूर्व में हुआ विमान हादसा ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला क्षण बन गया, जिसने 48 परिवारों की खुशियां एक झटके में छीन लीं।
टिंडा पहुंचने से पहले टूटी उम्मीदें
यह विमान हादसा अमूर क्षेत्र में हुआ, जहां अंगारा एयरलाइंस का एक ट्विन टर्बोप्रॉप प्लेन क्रैश हो गया। यह प्लेन खाबारोवस्क से ब्लागोवेशचेंस्क होते हुए टिंडा जा रहा था, लेकिन अपनी मंज़िल से महज़ 15 किलोमीटर पहले घने जंगलों के बीच एक पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी 48 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की इस हादसे में मौत हो गई।
धुएं में छिपी तबाही की तस्वीरें
रूस की आपात स्थिति मंत्रालय ने बताया कि हादसे की जगह पर प्लेन का मलबा और जलता हुआ ढांचा मिला है। तस्वीरों में दिखा कि धुएं के गुबार के बीच विमान के टुकड़े जंगल में इधर-उधर बिखरे हुए थे। यह स्थान इतना दूर और दुर्गम था कि रेस्क्यू टीमों को वहां तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मौसम बना मौत का कारण?
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम इस हादसे की एक बड़ी वजह हो सकती है। रूस की समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने आपातकालीन सेवाओं के हवाले से बताया कि दुर्घटना के समय मौसम बेहद प्रतिकूल था। साथ ही, यह भी सामने आया है कि विमान लगभग 50 साल पुराना था, जो विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
दूसरी लैंडिंग की कोशिश में हुआ हादसा
स्थानीय ट्रांसपोर्ट प्रॉसिक्यूटर ऑफिस के अनुसार, प्लेन अपनी पहली लैंडिंग में सफल नहीं हो पाया था और दूसरी बार लैंडिंग की कोशिश कर रहा था, तभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल से उसका संपर्क टूट गया और वह रडार से गायब हो गया।
अमूर क्षेत्र में तीन दिन का शोक
अमूर क्षेत्र में तीन दिन के शोक की घोषणा की गई है। गवर्नर ऑर्लोव ने इस हादसे को “एक भयावह त्रासदी” बताया और कहा कि पूरा क्षेत्र इस गहरे दुख में डूबा हुआ है। हादसे की जांच फ्लाइट सेफ्टी उल्लंघन की धाराओं के तहत शुरू कर दी गई है, जो किसी भी विमान दुर्घटना के बाद सामान्य प्रक्रिया होती है।
रूस की एविएशन इंडस्ट्री पर सवाल
रूस में पिछले कुछ वर्षों से विमान हादसों की घटनाएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण रूस का एविएशन सेक्टर काफी प्रभावित हुआ है, जिससे विमानों की मेंटेनेंस और तकनीकी सेवाएं बाधित हो रही हैं।
48 सपनों का अंत – एक दिल को चीर देने वाली त्रासदी
इस हादसे ने एक बार फिर यह याद दिला दिया कि जब तक उड़ानों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी जाएगी, तब तक आकाश से डर बना रहेगा। यह केवल एक विमान नहीं टूटा, बल्कि उसमें बैठी 48 अनमोल जिंदगियों के साथ कई सपने, रिश्ते और उम्मीदें भी खत्म हो गईं।
डिस्क्लेमर: यह लेख उपलब्ध समाचार स्रोतों और अधिकारिक बयानों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी समय के साथ बदल भी सकती है। किसी भी निर्णय से पहले संबंधित अधिकारी या स्रोत से पुष्टि अवश्य करें। लेख का उद्देश्य केवल सूचनात्मक है।
Southend Plane Crash: मुस्कुराते हुए उड़ान भरी और पल भर में जल उठा पूरा विमान!
Renault Triber 2025: ₹6 लाख में 7-Seater का कमाल – 625 लीटर बूट स्पेस और 22kmpl माइलेज!
Southend Plane Crash: मुस्कुराते हुए उड़ान भरी और पल भर में जल उठा पूरा विमान!