Satya Pal Malik: जिंदगी की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि एक न एक दिन सभी को इस दुनिया को अलविदा कहना होता है, लेकिन जब कोई ऐसा शख्स चला जाता है जिसने देश और समाज की सेवा में अपना जीवन लगा दिया हो, तो दिल भारी हो जाता है। ऐसा ही एक नाम था चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक, जो अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह दुखद जानकारी साझा की गई कि उन्होंने लंबी बीमारी से जूझने के बाद अंतिम सांस ली।
सत्यपाल मलिक का जीवन और सेवा
सत्यपाल मलिक केवल एक नाम नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति का एक ऐसा चेहरा थे जिसने जम्मू-कश्मीर, बिहार, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों में राज्यपाल के रूप में अपनी अहम भूमिका निभाई। वे कई महीनों से गंभीर रूप से बीमार थे और आईसीयू में भर्ती थे। उन्हें किडनी की बीमारी थी, जो धीरे-धीरे उनकी हालत को और भी गंभीर बना रही थी।
किडनी की बीमारी से रहा पुराना संघर्ष
सत्यपाल मलिक की बीमारी ने एक बार फिर लोगों का ध्यान किडनी की समस्याओं की ओर खींचा है। यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला कर देती है। जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक स्थिति काफी बिगड़ चुकी होती है। यही वजह है कि समय रहते इसकी पहचान और इलाज बेहद जरूरी है।
कई बार लोग यह समझ ही नहीं पाते कि किडनी की बीमारी शरीर में दस्तक दे चुकी है। अगर आपको बार-बार पेशाब आना, आंखों के आसपास सूजन, थकान, नींद की कमी, भूख में गिरावट, मांसपेशियों में ऐंठन, और एड़ी-टखनों में सूजन जैसी दिक्कतें हो रही हों, तो इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।
किसे होता है ज्यादा खतरा?
किडनी की बीमारियों का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है जो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से पीड़ित होते हैं, या फिर जिन्हें मोटापा, दिल की बीमारी, अत्यधिक दवाइयों का सेवन या स्मोकिंग की आदत होती है। यह सारे कारण धीरे-धीरे किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं और समय के साथ स्थिति गंभीर होती जाती है।
बचाव के लिए क्या करें?
कहते हैं कि बचाव इलाज से बेहतर होता है। इसलिए किडनी को स्वस्थ रखने के लिए ज़रूरी है कि आप बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें, वजन को कंट्रोल में रखें, स्मोकिंग से दूर रहें और किसी भी बीमारी को नज़रअंदाज़ न करें। अगर समय रहते उचित इलाज लिया जाए, तो किडनी रोगों को काबू में रखा जा सकता है।
किडनी खराब होने पर खानपान का रखें खास ध्यान
अगर किसी को किडनी की समस्या है तो खाने-पीने में बेहद सावधानी जरूरी होती है। ज़्यादा सोडियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस लेने से नुकसान हो सकता है। इसलिए प्रोसेस्ड फूड, सोडा, केला, डेयरी उत्पाद, और पैक्ड मीट से दूरी बनाना ही बेहतर होता है। एक हेल्दी डाइट ही शरीर की रक्षा की सबसे बड़ी ढाल होती है।
देश ने खोया एक कर्मठ सेवक
चौधरी सत्यपाल मलिक का निधन केवल एक राजनीतिक हस्ती के जाने की खबर नहीं, बल्कि एक ऐसे सेवक की विदाई है जिसने निष्ठा, ईमानदारी और स्पष्टवक्ता के लिए देशभर में अपनी पहचान बनाई थी। उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाता है कि सत्ता में रहते हुए भी सच्चाई और सेवा को कैसे जिया जाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई किसी भी चिकित्सा जानकारी को इलाज का विकल्प न समझें। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए कृपया अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें। लेखक और प्रकाशक इस लेख की सटीकता या प्रभाव की कोई गारंटी नहीं देते।
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