Vaishno Devi :पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जम्मू-कश्मीर में हालात बेहद गंभीर कर दिए हैं। नदियां उफान पर हैं, सड़कों का नामोनिशान मिट चुका है और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तलाश में निकलने को मजबूर हैं। चारों ओर पानी ही पानी और तबाही के निशान दिखाई दे रहे हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने कई परिवारों से उनके अपने छीन लिए और कईयों को बेघर बना दिया।
बादल फटने से मचा हाहाकार
डोडा ज़िले के भलेसा क्षेत्र के चारु नाला में बादल फटने से अचानक बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया। देखते ही देखते कई घर जलमग्न हो गए। डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने पुष्टि की कि अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से दो की मौत गंधोर में और एक की मौत ठठरी सब-डिवीजन में हुई है। इसके अलावा पंद्रह आवासीय मकान, कई गौशालाएं और एक निजी स्वास्थ्य केंद्र भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। तीन पैदल पुल बह गए जिससे गांवों का संपर्क टूट गया।
चिनाब नदी पर बढ़ा खतरा
लगातार बारिश से चिनाब नदी का जलस्तर 899.3 मीटर तक पहुंच गया है, जो इसके सबसे ऊंचे बाढ़ स्तर 900 फीट के करीब है। प्रशासन को आशंका है कि हालात और बिगड़ सकते हैं। इसी कारण लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है और आसपास के इलाकों को खाली कराया जा रहा है। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है ताकि किसी बड़ी त्रासदी से बचा जा सके।
आसमान से बरस रही आफत
लगातार जारी बारिश ने आम लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है। लोग डर और बेचैनी के बीच जी रहे हैं। किसी का घर ढह गया तो किसी की रोज़ी-रोटी छिन गई। पहाड़ों से बहकर आ रहा मलबा रास्तों को अवरुद्ध कर रहा है और बचाव कार्यों को और मुश्किल बना रहा है। राहत और बचाव टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं लेकिन हालात अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
लोगों की दुआएं और उम्मीदें
इन कठिन हालातों में लोग एक-दूसरे का सहारा बने हुए हैं। आसमान से बरस रही आफत ने इंसानों को मजबूर तो किया है, लेकिन उनके हौसले को नहीं तोड़ पाई है। लोग प्रशासन और राहत कर्मियों के साथ मिलकर हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि हालात काबू में आ सकें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी समाचार रिपोर्ट्स और उपलब्ध तथ्यों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है, किसी भी प्रकार की अफवाह या गलत सूचना फैलाना नहीं। पाठकों से अपील है कि सुरक्षा से जुड़ी किसी भी स्थिति में स्थानीय प्रशासन और आधिकारिक निर्देशों का पालन करें।
Solar Energy :1.5 अरब डॉलर की सप्लाई चेन पर खतरा, अमेरिका ने सोलर सेल आयात को घेरा
Ganesh Chaturthi 2025: इको-फ्रेंडली बप्पा संग भक्ति और प्रकृति का अनोखा उत्सव
Dearness Allowance: 2025 में DA में ज़बरदस्त बढ़ोतरी: सैलरी और पेंशन दोनों में आएगी बड़ी खुशी!